रायपुर । खबर है कि ईडी अपना शिकंजा और कसने वाली है। नेताओ के साथ साथ अब उनके करीबियों और रिश्तेदारों की कुंडली भी खंगालना ईडी ने शुरू कर दिया है। सबके मोबाइल के कॉल डिटेल से लेकर, मोबाइल से लेन देन, बैंक ट्रांजेक्शन की जानकारी जुटाई जा रही है।
कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन के पहले ताबड़तोड़ छापेमारी के बाद अब ईडी के अधिकारियों ने नेताओं के करीबियों और रिश्तेदारों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। ईडी ने सम्पत्ति और बैंक खातों की जानकारी मांगी है। सूूूत्रोों का कहना है कि ईडी को शक है कि कोयला परिवहन घोटाले में आर्थिक अनियमिता व काले धन को सफेद करने के लिए नेताओं ने अपने करीबियों और संगे संबंधियों का सहारा लिया है। आने वाले दिनों में भी नेताओं के करीबियों और सगे संबंधियों से की जा सकती है पूछताछ
जानकारी के मुताबिक कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन तक ईडी के कई बड़े अधिकारियों की मौजूदगी छत्तीसगढ़ में रहेगी। दो दिन पहले प्रदेश के अलग- अलग स्थानों पर छापेमारी के बाद ईडी की ओर से नकदी या अन्य बरामदगी की पुष्टि नहीं हुई है। ईडी की टीम प्राप्त दस्तावेजों को खंगाल रही है।
छापेमारी के दौरान सभी नेताओं के मोबाइल और इसके जरिये लेन-देन की जांच की गई। आनलाइन ट्रांजिक्शन और बैंक खातों की डिटेल मांगी गई है।
कई अफसरों और नेताओं को नोटिस
सूत्रों का कहना है कि ईडी ने प्रदेश के अन्य आइएएस और बड़े नेताओं को आय के स्त्रोत और सम्पत्ति की जानकारी चाही है। छापेमारी के पहले भी संबंधित लोगों को नोटिस जारी कि या गया था। संतुष्टिजनक जानकारी नहीं मिलने के बाद छापेमारी की कार्यवाही की गई। बैकिंग सेक्टर से भी ईडी को महत्वपूर्ण डेटा प्राप्त हुआ है, जिसके बाद नोटिस जारी किया गया।
मनी लांड्रिंग का कनेक्शन अभी नहीं
ईडी की जांच में मनी लांड्रिंग के एंगल से भी नजर रखी जा रही है। वर्तमान में जिन स्थानों पर छापेमारी हुई है, वहां मनी लांड्रिंग एक्ट को लेकर किसी प्रकार का मामला दर्ज नहीं किया गया है। ईडी की छापेमारी के बाद दूसरे दिन भी ईडी कार्यालय, नेताओं के घर के बाहर तनावपूर्ण स्थिति रही।
आय के स्रोत के बारे में जानकारी मांगी है। पूछताछ के दौरान घर के बाकी सदस्यों के मोबाइल फोन भी बंद रखे गए। छापे के दूसरे दिन सभी बड़े नेताओं के मोबाइल कवरेज एरिया से बाहर और बंद मिले।
(साभार- नईदुनिया रायपुर)