भिलाई। सुधाकर बारले…यह नाम बीते दो साल से अहिवारा विधानसभा में खासा चर्चे में है। गांव से लेकर शहर तक अच्छे खासे कद काठी के युवक के व्यवहार से लोग प्रभावित है। एक नाम कई काम। मसलन सुधाकर बचपन से संघ की शाखा में जा रहे हैं, सनातन और हिंदुत्व को प्राथमिकता देते हैं। गौ सेवक है। अच्छ क्रिकेटर है। मानवता से सरोकार रखते हैं। कहते हैं कि जरुरत मंदों की सेवा ही सच्ची सेवा है। सुधाकर नामी बिल्डर है।
मूलत: अहिवारा विधानसभा के नंदिनी नगर के रहने वाले सुधाकर ने सिक्किम के मणिपाल यूनिवर्सिटी से बीएससीआईटी (बैचलर अॉफ साइंस , इन्फार्मेशन टेक्नोलॉजी की पढ़ाई की है।
सुधाकर को जानने वाले बताते हैं कि कभी सक्रिय राजनीति में आने का उद्देश्य नहीं था। भारत रत्न स्व. अटल बिहारी बाजपेयी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रभावित सुधाकर पल्बिक डिमांड पर सक्रिय राजनीति में आए। दरअसल अहिवारा के भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं यहां तक आम जनता को भी एक एेसे प्रत्याशी की तलाश है जो अहिवारा विधानसभा का मूल निवासी हो। जिसके भीतर जनसेवा का भाव हो, और जो कांग्रेस को आसानी से टक्कर भी दे सके। इसमें सबसे ज्यादा सुधाकर ही खरे उतरते दिखे। लोगों की मांग पर उन्होंने भाजपा से टिकट के लिए दावेदारी कर दी। उनकी दावेदारी ने अचानक उनको सुर्खियों में ला दिया।
सुधाकर कहते हैं कि सोचा नहीं था कि सक्रिय राजनीति में आना होगा। मैं तो भाजपा में रहकर ही आमजन की सेवा करना चाहता था। करता भी हूं। यदि आम जनता ने मुझे दावेदारी के लिए कहा, और पार्टी मौका देती है तो निश्चित रुप से अपनी जिम्मेदारी को पूरी निष्ठा के साथ निभाऊंगा। पार्टी का निष्ठावान सिपाही हूं, पार्टी के अनुशासन ही मेरी प्राथमिकता है। सुधाकर कहते हैं कि पार्टी अहिवारा से जिसे भी प्रत्याशी बनाती है, उसको जीत दिलाना हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है।
चुनाव लड़ने के सवाल पर कहते हैं कि कांग्रेस ने पांच साल में सिर्फ छल किया। घोषणा पत्र में गंगाजल की कसम खाकर 36 घोषणाएं की। कोई भी पूरा नहीं किया। युवा वर्ग, मजदूर वर्ग, महिला वर्ग, कर्मचारी अधिकारी वर्ग सबको ठगने का काम किया। यहां तक छत्तीसगढ़ की संस्कृति और परंपरा के नाम पर छत्तीसगढ़ को हजारों करोड़ों के कर्ज में लाद दिया। भ्रष्टाचार के नए मामले हर दिन सामने आ रहे हैं। पूरा छत्तीसगढ़ अपराध का गढ़ बन गया है। शराबबंदी ना कर मातृशक्ति के साथ धोखा किया। किसानों के साथ धोखा किया। छत्तीसगढ़ महतारी के वन, खनिज संपदा को लूटने का काम किया जा रहा है। यह सब देख मन घृणा से भर उठता है। इन्हीं सबके के खिलाफ लगातार आवाज उठा रहा हूं, और जबतक कांग्रेस सत्ता से बदखल नहीं हो जाती , जब तक भाजपा की सरकार नहीं बन जाती आवाज उठाता रहूंगा।