डीके साहू
भिलाई । दुर्ग जिले की अनुसूचित जाति वर्ग के लिए आरक्षित अहिवारा विधानसभा में भाजपा में प्रत्याशी चयन को लेकर कश्मकश की स्थिति है। इस बीच अचानक रिटायर्ड जज अग्रलाल जोशी का नाम प्रबल दावेदार के रूप में सामने आया है। अहिवारा विधानसभा में कांग्रेस पार्टी के संभावित राजनीतिक परिस्थितियों के बीच अग्रलाल जोशी पर भाजपा का दांव लगाना सकारात्मक परिणाम की दृष्टि से कारगर साबित हो सकता है। जोशी को भाजपा प्रत्याशी बनाए जाने पर कांग्रेस को चुनाव में कड़ी चुनौती मिलने की संभावना से इंकार नहीं किया जा रहा है। नया चेहरा और न्यायिक सेवा का दीर्घ अनुभव होने से अग्रलाल जोशी के प्रति मतदाताओं में गजब का आकर्षण दिख रहा है।
अहिवारा विधानसभा में अभी कांग्रेस और भाजपा के प्रत्याशियों के नाम की अधिकृत घोषणा नहीं हुई है। लेकिन जिस तरह की राजनीतिक परिस्थितियां अब तक सामने आई है, उससे ऐसा लगता है कि भिलाई-चरोदा नगर निगम के महापौर निर्मल कोसरे अहिवारा विधानसभा चुनाव में इस बार कांग्रेस के प्रत्याशी हो सकते हैं। राजनीतिक पंडित निर्मल कोसरे को मजबूत प्रत्याशी मान रहे हैं। ऐसे में भाजपा को ऐसा प्रत्याशी देना होगा जो कड़ी चुनौती दे सके। इसके लिए रिटायर्ड जज अग्रलाल जोशी को भाजपा से एक बेहतर विकल्प माना जा रहा है। जोशी के रूप में भाजपा एक नए चेहरे पर दांव खेलकर मतदाताओं में उनके न्यायिक सेवा के दीर्घ कालीन अनुभव को लेकर बने आकर्षण को भुनाते हुए चुनावी वैतरणी पार लगा सकती है।
गौरतलब रहे कि अहिवारा विधानसभा से पिछले चुनाव में कांग्रेस के गुरु रुद्र कुमार ने जीत दर्ज किया था। इसके बाद उन्हें राज्य मंत्री परिषद में भी स्थान मिला। लेकिन अब तक जो संकेत मिले हैं उसके अनुसार गुरु रुद्र कुमार ने इस बार अहिवारा के बजाय बेमेतरा जिले के नवागढ़ से चुनाव लड़ने का मन बना लिया है। उनके खास सिपहसालार आलोक पाण्डेय को कांग्रेस संगठन द्वारा नवागढ़ विधानसभा का प्रभारी बनाए जाने से यह साफ नजर आ रहा है। ऐसे में कांग्रेस अहिवारा में महापौर निर्मल कोसरे को प्रत्याशी बनाएगी, इस बात पर संदेह नहीं के बराबर है। इससे साफ है कि अहिवारा में कांग्रेस की राजनीतिक परिस्थितियां इस चुनाव में बदल रही है। इन परिस्थितियों के बीच भारत का पुराने या बाहरी नेताओं पर दांव लगाना फिर से नुकसानप्रद साबित हो सकता है।
यहां पर यह बताना भी लाजिमी होगा कि भाजपा से टिकट की दौड़ में हाल फिलहाल रिटायर्ड जज अग्रलाल जोशी सहित पद्मश्री उषा बारले, राधेश्याम बारले और पूर्व विधायक डोमन लाल कोर्सेवाड़ा, संतोष मार्केंडेय, सुधाकर बारले का नाम सुर्खियों में बना हुआ है। न्यायिक सेवा से निवृत्त होकर भाजपा का दामन थामने वाले अग्रलाल जोशी ने जमीनी पकड़ को मजबूत बनाने के साथ पार्टी की विचारधारा के अनुसार कार्यकर्ताओं के बीच रहकर जनाधार बनाया है। इसका लाभ उन्हें चुनाव में मिल सकता है।