भिलाई। भिलाई भाजपा ने छाया पार्षदों को भी एक मंच पर अपने साथ लाकर खड़ा कर दिया। भिलाई निगम के भाजपा पार्षदों का कहना है कि 46 छाया पार्षदों के साथ आने से उनकी संख्या 70 हो गई। अब 70 पार्षद मिलकर भिलाई निगम की जनता के हित में संघर्ष करने की बात कही। साथ ही आंदोलन की रणनीति भी बनाई गई। भाजपा पार्षद दल के नेता का कहना है कि छाया पार्षदों के साथ आने से शहर सरकार के खिलाफ भविष्य में होने वाले आंदोलन को धार मिलेगी।
बता दें कि भिलाई की राजनीति में इन दिनों छाया पार्षदों को खासा महत्व मिलना शुरू हो गया है। अब तक होता ये था कि चुनाव हारने के बाद वे उपेक्षित ही रहते थे। ना तो सत्ता संगठन में उनको कोई महत्व मिलता था ना ही वार्ड में उनका कोई काम हो पाता था। अब स्थिति बदली दिख रही है। दरअसल इससे पहले कांग्रेस के छाया पार्षद एक हुए थे। उन्होंने अपने वार्ड में विकास कार्यो में उपेक्षा का आरोप लगाया था। बाद में कांग्रेस संगठन ने उन्हें साध लिया। कहा कि अब एक साथ मिलकर आवाज उठाएंगे।
46 छाया पार्षद आए साथ
शनिवार को भिलाई निगम के भाजपा पार्षदों की एक बैठक आहूत की गई थी। जहां पार्षदों ने पार्षद दल के नेता भोजराज सिन्हा, उपनेता दया सिंह तथा सचेतक वीणा चंद्राकर का सम्मान किया। इस मौके पर 46 छाया पार्षदों को भी बुलाया गया था। कहा जा रहा है कि पार्टी द्वारा सम्मान मिलने से 46 छाया पार्षद भी काफी खुश नजर आए। इस मौके पर भोजराज सिन्हा ने कहा कि हम 24 और छाया पार्षद 46। संख्या बढ़कर 70 हो गई है। 70 पार्षद जनहित के मुद्दे पर एक साथ मोर्चा खोलेंगे।
पार्षदों की जैसा ही मिलेगा संगठन में महत्व
चुनावी साल है। भाजपा संगठन को मजबूत करने पर लगी है। छाया पार्षदों को एक मंच पर लाने का उद्देश्य संगठन का मजबूत करना बताया जा रहा है। साथ ही जनहित के मुद्दे पर शहर सरकार के खिलाफ बड़ी लड़ाई की भी तैयारी चल रही है। कहा जा रहा है कि अब संगठन में छाया पार्षदों को भी पार्षदों की तरह सम्मान मिलेगा तथा वे अपने वार्ड के अघोषित पार्षद रहेंगे।
भाजपा के है। हार गए तो क्या हुआ। दमखम के साथ चुनाव तो लड़े। अब पूरे दमखम के साथ सभी 46 पार्षद निर्वाचित पार्षदों के साथ खड़े है। शहर सरकार के खिलाफ अब बड़ी लड़ाई लड़ी जाएगी।
भोजराज सिन्हा, नेता, भाजपा पार्षद दल
नगर निगम भिलाई
(साभार- नईदुनिया)