भिलाई । शहर की स्वच्छता पर दाग लगाने वालों से 500 से 1000 रुपये तक जुर्माना वसूल किया जाएगा। रिसाली निगम आयुक्त ने निगम क्षेत्र के अघोषित यलो और रेड स्पाट पर नजर रखने के लिए कहा है। मानिटरिंग की जिम्मेदारी संबंधित वार्ड के सब इंजीनियरों को दी है। दरअसल रिसाली नगर निगम को स्वच्छता सर्वेक्षण में नंबर वन बनाने के लिए तमाम तरह की कवायदें की जा रही है।
निगम आयुक्त आशीष देवांगन ने सोमवार को स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा की। इसके पहले उन्होंने विभागवार निर्माण कार्य के अलावा पौध रोपण अभियान की समीक्षा की। इंजीनियरों को निर्देश दिए कि पौध रोपण के बाद उसे सहेजने के लिए पर्याप्त व्यवस्था करें। आयुक्त ने बारिश को ध्यान में रखते हुए समुचित सफाई व्यवस्था पर जोर दिया। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि शहर के यलो और रेड स्पाट पर विशेष नजर रखे। गंदगी फैलाने वालों से सख्ती से पेस आएं। बैठक में सहायक अभियंता राजकुमार जैन, उप अभियंता अखिलेश गुप्ता, नितिश अमन साहू, डिगेश्वरी चंद्राकर, उमयंती ठाकुर, पीआईयू आकाश मिश्रा व विजय कश्यप आदि उपस्थित थे।
आयुक्त ने बैठक में निर्देश दिए है कि अधिकारी, कर्मचारी और स्वास्थ्य विभाग का संपूर्ण अमला अलर्ट रहे। बारिश में जल भराव और स्वच्छता को लेकर पूरी तरह से तैयारी कर लें। उन्होंने अधिकारी व कर्मचारियों को बिना सूचना अवकाश पर रहने पर प्रतिबंध लगाते हुए मोबाइल चालू रखने के निर्देश दिए है। इस बार स्वच्छता सर्वेक्षण में दो नए बिंदू को जोड़ा गया है। सर्वेक्षण अधिकारी अब निगम क्षेत्र के यलो और रेड स्पाट भी देखेंगे। यही वजह है कि निगम अधिकारी अब बेहतर स्थान पाने यलो और रेड स्पाट को खत्म करने प्लान तैयार किया है।
जानिए क्या है यलो व रेड स्पाट
खुले स्थान में अघोषित यूरिनल बनाना ही यलो स्पाट कहलाता है। खुले व सार्वजनिक स्थान में यलो स्पाट बनने से आस पास का क्षेत्र प्रदूषित हो जाता है। सार्वजनिक स्थान, भवन, कार्यालयों में कहीं भी थूकना रेड स्पाट कहलाता है। ऐसे स्थानों पर सर्वेक्षण अधिकारियों की नजर रहेगी।
खुले अथवा सार्वजनिक स्थानों पर थूकने वालों के खिलाफ चालानी कार्रवाई के लिए कहा गया है। अधिकारियों को यलो व रेड स्पाट की निरंतर मानिटरिंग करने के लिए भी कहा गया है।
आशीष देवांगन, आयुक्त
नगर निगम रिसाली