रायपुर। कोरोना महामारी के खिलाफ जंग में भारत को एक और हथियार मिल गया है। चीन और कुछ अन्य देशों में बढ़ रहे कोरोना के मामलों के बीच भारत सरकार ने देश की पहली नेजल कोरोना वैक्सीन ‘इनकोवैक’ को हरी झंडी दे दी है। 18 साल से अधिक उम्र के सभी वयस्क इसे सतर्कता डोज के रूप में ले सकते हैं।
सरकार जल्द ही इसे कोरोना टीकाकरण अभियान में शामिल करने पर विचार कर रही है। उम्मीद की जा रही है कि नेजल वैक्सीन को मंजूरी मिलने से सतर्कता डोज अभियान को नई गति मिलेगी। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि फिलहाल यह वैक्सीन निजी अस्पतालों में उपलब्ध होगी। कोविशील्ड और कोवैक्सीन की दो डोज ले चुके लोग इसे सतर्कता डोज के तौर पर ले सकेंगे।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया के अनुसार, गुरुवार को ही सरकार ने भारत बायोटेक की नेजल वैक्सीन ‘बीबीवी 154’ को मंजूरी दे दी है। बाजार में इस वैक्सीन को ‘इनकोवैक’ नाम से उतारा गया है। तीन फेज के ट्रायल के दौरान सुरक्षा और कारगरता में सही पाए जाने के बाद नवंबर में ड्रग कंट्रोलर जनरल आफ इंडिया (डीसीजीआई) ने इसे मंजूरी दे दी थी। स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि नाक में दो बूंद के माध्यम से ली जाने वाली इस वैक्सीन से सतर्कता डोज अभियान को तेजी मिलेगी। अभी तक केवल 27 प्रतिशत लोगों ने सतर्कता डोज लिया है। 97 प्रतिशत लोग पहली डोज और 90 प्रतिशत लोग दो डोज ले चुके हैं। ध्यान देने की बात है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को कोरोना की नई लहर के खतरे को देखते हुए सतर्कता डोज का दायरा बढ़ाने पर बल दिया था।
कीमत को लेकर चल रही कंपनी से बातचीत: स्वास्थ्य मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि नेजल वैक्सीन की कीमत अभी तय नहीं है। इसके लिए कंपनी के साथ के बातचीत चल रही है। यह वैक्सीन कोरोना के खिलाफ लड़ाई में गेम चेंजर साबित हो का सकती है।