श्रीराम शुक्ला
बुढार (मध्यप्रदेश) | कोयलांचल का धनपुरी, बुढ़ार आपराधिक गतिविधियों के लिये कुख्यात है। यहां पुलिस तभी जागती है जब कोई कान फूँके। कोयला खदान का बेसकीमती सामानों की चोरी करवा उसे कबाड़ के नाम से बाहर बड़े शहरों में खपाना यहां आम है। बड़ी चोरियां, मारपीट, हत्या भी के अपराध भी कम नहीं हैं। कोयला और अन्य खनिज के लुटेरे तो यहां सत्ता में दखल रखते हैं। सट्टा जुआं के फड़ चलाने वाले यहां राजनैतिक पार्टियों और नगर के गणमान्य नागरिकों में सुमार हैं। बल्कि पुलिस की शान्ति समितियों में जगह भी पक्की रखते हैं।
ऐसे में यहां के युवा भी अमीर बनने नये नये हथकण्डे अपनाते हैं।
इसी कड़ी में कल गुरुवार की दोपहर (दिन दहाड़े) बुढ़ार पुलिस ने दो अपराधियों को रेकी करते पकड़ा, दो अन्य साथी फरार हो गये। इस सम्बंध में मिली जानकारी के मुताबिक बुढ़ार नगर के वार्ड क्र. एक जैतपुर चौराहा निवासी राकेश पान्डें के घर धनपुरी के कुछ युवक बिजली विभाग का बिजलेंस अधिकारी, कर्मचारी बन धावा बोल कर बिजली चोरी का आरोप लगाते हुए पूंछताझ करने लगे तथा बिजली मीटर चेक करते हुए मकान के सभी हिस्सों की मोबाईल से तस्वीर उतारने लगे। उस वक्त राकेश पान्डे और उनकी पत्नी घर पर ही थी। कुछ शक होने पर राकेश पान्डें द्वारा बिजली विभाग के कर्मचारियों को कॉल कर बिजलेंस टीम के सम्बंध में जानकारी लेने पर ऐसी कोई टीम का न होने की जानकारी दी तत्पश्चात राकेश पान्डे ने बिना देरी किए बुढ़ार पुलिस को सूचना दी और उक्त फर्जी बिजलेन्स बन कर आये व्यक्तियों को गिरफ्तार करवाया।
श्री पान्डे की सूझ-बूझ से एक बड़ी घटना घटने से बच गई। आरोपी चार की संख्या में थे। बुढार पुलिस ने परवेज खान पिता अब्दुल सलीम उम्र 36वर्ष, निवासी वार्ड नं. 16 धनपुरी, अमजद खान पिता मो हसीन उम्र 32 वर्ष, निवासी वार्ड नं. 3 धनपुरी, को मौके से गिरफ्तार किया तथा हैदर अली पिता रहमत अली निवासी वार्ड नं. 4 धनपुरी, एवं बबलू मुसलमान पिता जबैद निवासी बिलियस नं. 1 मौके से फरार हो गये। जिस पर बुढार पुलिस ने अपराध क्रमाक 776/2020, धारा 170, 417, 419, 34 भादवि के तहत अपराध दर्ज कर दो आरोपियों से पूंछताछ कर जेल भेज दिया जबकी दो अन्य फरार आरोपियों की पतासाजी कर रही है।
आपको बता दें बुढ़ार नगर में पिछले सालों में कई बड़ी चोरियां हुई हैं पर अभी तक पुलिस को कोई सुराग तक नहीं मिला, जिससे पता चलता है कि बुढ़ार पुलिस खुद अपनी पीठ थपथापती है। राकेश पाण्डेय की सूझबूझ से पकड़े गये आरोपियों के माध्यम से पुलिस बड़ी कामयाबी बता कर अपना सीना चौड़ा कर रही है।