मनीष झा
भिलाई। राजनीति में अक्सर लोग मन में गांठ बांध लेते हैं। टिकट मिलने के पहले तक पार्टी के प्रति निष्ठा व समर्पण की खूब बात करतें हैं, पर जब उन्हें प्रत्याशी ना बनाकर दूसरे को टिकट दिया जाता है, तो पार्टी के प्रति निष्ठा व समर्पण धरा का धरा रह जाता है। फिर सब पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी को निपाटने के लिए भीड़ जाते हैं, पर अहिवारा में दूसरा ही दृश्य देखने को मिला।
अहिवारा में टिकट के कई दावेदार थे । प्रमुख दावेदारों में युवा बिल्डर तथा संघ समर्पित भाजपा नेता सुधाकर बारले का भी नाम था, पर एेन वक्त पर पार्टी ने अहिवारा के पूर्व विधायक डोमन लाल कोर्सेवाड़ा को प्रत्याशी बना दिया। इस बात से कई दावेदार नाराज होकर परिदृश्य से गायब हो गए। कुछ ने खुलाघात का एेलान कर दिया तो कुछ भीतरघात की तैयारी में जुट गए हैं, पर सुधाकर बारले ने एक मिसाल पेश की।
सुधाकर बारले ने पार्टी के इस निर्णय का न केवल स्वागत किया, बल्कि वे पहले दिन से भाजपा को जीताने प्रचार में भी जुट गए। उन्होंने कहा कि हम भाजपा के प्रति निष्ठावान है, समर्पित कार्यकर्ता है, इस बात को साबित करके दिखाएंगे। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव की मौजूदगी में सुधाकर बारले ने अहिवारा के अधिकृत प्रत्याशी डोमनलाल कोर्सेवाड़ा से मुलाकात की तथा जीत की अग्रिम बधाई भी दी।
सुधाकर ने कहा कि वे इस बार अहिवारा से भाजपा की जीत होने तक पूरी इमानदारी से पूरे विधानसभा क्षेत्र में मेहनत करेंगे, पार्टी द्वारा जो भी जिम्मेदारी दी जाएगी, उसको पूरी निष्ठा के साथ पूरा करेंगे। उन्होंने कहा कि इस बार अहिवारा से भाजपा की जीत तय है।