भिलाई । रेलवे के भिलाई-तीन से लगे पुरैना के नजदीक बने पीपी यार्ड में मालगाड़ियों का मेंटेनेंस करने वाले ठेका एजेंसियों को उनके काम से अधिक का भुगतान किए जाने की कथित शिकायत पर सीबीआई की तीन सदस्यीय टीम गुरुवार को दूसरे दिन भी पड़ताल करने पहुंची। टीम के अधिकारी सुबह 10 बजे पहुंचे और विभाग प्रमुखों के मोबाइल फोन को कब्जे में ले लिया। इसके बाद कार्यालय में रखे दस्तावेज खंगाले गए। कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त कर तीन से चार विभाग कार्यालयों को सील कर दिए जाने की भी खबर मिली है।
दुर्ग जिले में भिलाई तीन पुरैना में रेलवे के पीपी यार्ड मे बुधवार को सीबीआई की तीन सदस्यीय टीम ने दबिश दी। टीम ने 10 घंटे तक सभी रिकार्ड खंगालने और कर्मचारियों से पूछताछ करने के बाद वहां के दफ्तर को सील कर दिया है। इसी कड़ी में गुरुवार को एक बार फिर सुबह 10 बजे सीबीआई के तीनों अफसर पीपी यार्ड पहुंचे और बुधवार को सील किए गए दफ्तर को खोलकर दस्तावेजों की बारीकी से जांच में जुटी रही। इसके अलावा भी कुछ अन्य विभागों में दबिश देकर दस्तावेज खंगाले गए।
गौरतलब रहे कि पीपी यार्ड में बीएसपी से आने – जाने वाले मालगाड़ियों का रिपेयरिंग एवं मेंटेनेंस किया जाता है। इसके अलावा अन्य रुट पर चलने वाली मालगाड़ियां भी इस यार्ड में मेंटेनेंस के लिए आती है। इसमें साफ सफाई , वेल्डिंग और मालगाड़ियों के दरवाजे बदलने सहित कुछ कार्यों को सालाना 3.4 करोड़ रुपये के ठेके पर विभिन्न एजेंसियों को दिया गया है। ऐसी आशंका जताई जा रही है कि रेलवे के कुछ जिम्मेदार अधिकारियों ने किए गए काम से अधिक राशि का भुगतान का बिल ठेका एजेंसियों के नाम पर बना दिया है। बिलिंग की यह राशि अनुबंध से अधिक होने की चर्चा है।